A soldier to his wife
मै नहीं रहूँगा, मेरा निशाँ रहेगा, मेरे होने का तुजमे अभिमान रहेगा हर पल को जिया है एक अर्से की तरह हमने, मेरी यादो का सैलाब सुबह शाम रहेगा ताकना मत तुम बस राह को मेरी, आऊंगा तुज ही में से ये पैगाम मिलेगा सहेजना खुद को हर पल तू वैसे ही, तेरे सवरने में मेरी रूह को आराम मिलेगा मै रवा हु तुजमे ये खुमार रखना, इसी हवा में बहती मेरी साँसों का एहसास मिलेगा मै नहीं रहूँगा, मेरा निशाँ रहेगा, मेरे होने का तुजमे अभिमान रहेगा

