mene sapne kai dekhe h

मैने सपने कई देखे हैं,

पर किसी को भी उनमे से साकार नहीं देखा

मैंने वादे तो कई किये है,

पूरे होने का कही कोई निशाँ नहीं देखा

देखी ये दुनिया सबकी नजर से मैने,

बस मेरी ही नजर से मैने ये संसार नहीं देखा

कहने को कोई शिकायत नहीं है किसी से,

पर मेरे लिए किसी का उतना प्यार नहीं देखा

बात है वक़्त की, कट रहा है यु जो,

इस वक़्त में कोई सच्चा दिलदार नहीं देखा

सोचो कौन है तुम्हारा इस उपजती भाग दौड़ में,

वो कहेगा की वो साथ है हमेशा तुम्हारे,

पर मुसीबत में उसे हर बार नहीं देखा

मैने सपने कई देखे हैं,

पर किसी को भी उनमे से साकार नहीं देखा 

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